Elon Musk ने छोड़ा Donald Trump का साथ! बोले- थैंक्यू, पर अब बहुत हुआ !

Trump ने Musk को डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) का प्रमुख बनाया था, जिसका उद्देश्य था सरकारी खर्चों में कटौती और फिजूलखर्ची को रोकना। हालांकि मस्क पहले ही ट्रम्प की कई नीतियों से असहमति जता चुके हैं, खासतौर पर ‘बिग ब्यूटीफुल बिल’ को उन्होंने फिजूलखर्ची बताया था।
Elon Musk ने बिग ब्यूटीफुल बिल’ को बताया फिजूलखर्ची
अमेरिकी अरबपति और टेस्ला के मालिक इलॉन मस्क ने ट्रम्प के बहुचर्चित ‘बिग ब्यूटीफुल बिल’ का खुलकर विरोध किया है। डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) छोड़ने से पहले मस्क ने बयान जारी कर कहा कि यह बिल खर्चों में कटौती के उद्देश्य के बिल्कुल खिलाफ है।
मस्क ने कहा, “DOGE का मकसद सरकारी खर्चों में कमी लाना है, लेकिन यह बिल उसी के विपरीत जा रहा है।” ट्रम्प द्वारा प्रस्तावित इस बिल को ‘बिग ब्यूटीफुल’ बताया गया था, लेकिन मस्क ने इसे फिजूलखर्ची करार देते हुए साफ संकेत दिया कि वह अब ट्रम्प प्रशासन की आर्थिक नीतियों से सहमत नहीं हैं।
इस बयान के साथ ही मस्क और ट्रम्प के बीच नीतिगत मतभेद एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं। (Elon Musk)

‘बिग ब्यूटीफुल बिल’ के 5 बड़े पॉइंट्स, जिनसे मस्क है नाराज (Elon Musk)
1-टैक्स कटौती को स्थायी बनाना – 2017 में ट्रम्प द्वारा की गई इनकम टैक्स और एस्टेट टैक्स में कटौती को यह बिल स्थायी बनाता है, साथ ही और टैक्स छूट का प्रस्ताव भी है।
2-मध्यम वर्ग के लिए टैक्स राहत – ओवरटाइम, टिप्स और सोशल सिक्योरिटी इनकम पर नई टैक्स कटौती की बात है। व्हाइट हाउस के मुताबिक, सालाना 30,000 से 80,000 डॉलर कमाने वालों को 15% टैक्स छूट मिलेगी।
3-बॉर्डर सिक्योरिटी और रक्षा खर्च में बढ़ोतरी – अवैध इमिग्रेशन रोकने और सेना को मजबूत करने के लिए ज्यादा फंडिंग का प्रस्ताव है।
4-सरकारी फिजूलखर्ची और धोखाधड़ी पर नियंत्रण – सरकार का दावा है कि इस बिल में भ्रष्टाचार और फिजूलखर्ची रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।
5-कर्ज सीमा बढ़ाना – सरकार कितनी उधारी ले सकती है, इसकी सीमा (डेब्ट सीलिंग) बढ़ाने की बात भी इसमें शामिल है, ताकि सरकारी खर्चों और बिलों का भुगतान समय पर हो सके। (Elon Musk)
इस्तीफे से ठीक एक दिन बाद खत्म हो रहा था मस्क का कार्यकाल, ट्रम्प ने तय की थी 30 मई 2025 की सीमा ((Elon Musk))
इलॉन मस्क द्वारा डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) से दिया गया इस्तीफा अब एक प्रतीकात्मक कदम माना जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मस्क की नियुक्ति DOGE प्रमुख के तौर पर सिर्फ 30 मई 2025 तक के लिए ही की थी।
इसका मतलब यह है कि मस्क ने अपने कार्यकाल की समाप्ति से ठीक एक दिन पहले ही इस्तीफा दे दिया। हालांकि मस्क ने अपने बयान में कहा कि उनका मिशन पूरा हो गया है, लेकिन ट्रम्प के ‘बिग ब्यूटीफुल बिल’ को लेकर जताई गई असहमति ने उनके इस्तीफे को नीतिगत विरोध का रूप दे दिया है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह कदम महज औपचारिक नहीं, बल्कि मस्क द्वारा ट्रम्प प्रशासन की नीतियों के खिलाफ दिया गया सशक्त संदेश भी है। (Elon Musk)
ट्रम्प पर हमले के बाद आये मस्क समर्थन में और दिए लाखों डॉलर ((Elon Musk)
मस्क और डोनाल्ड ट्रम्प के बीच रिश्ता हमेशा से उतार-चढ़ाव भरा रहा है, लेकिन 13 जुलाई 2024 को एक घटना ने मस्क का नजरिया पूरी तरह बदल दिया। इसी दिन ट्रम्प पर पेनसिल्वेनिया में जानलेवा हमला हुआ था, और उसी दिन मस्क ने पहली बार सार्वजनिक रूप से उनके राष्ट्रपति बनने का समर्थन किया।
हमले के तुरंत बाद मस्क ने न सिर्फ ट्रम्प के लिए समर्थन जताया, बल्कि अमेरिका PAC (Political Action Committee) के जरिए उनके अभियान को लाखों डॉलर का दान भी देना शुरू किया।
गौर करने वाली बात यह है कि मस्क पहले ट्रम्प के कड़े आलोचक रहे हैं। 2016 के चुनाव में उन्होंने ट्रम्प को राष्ट्रपति पद के लिए “गलत व्यक्ति” बताया था और 2020 में डेमोक्रेट जो बाइडेन का समर्थन किया था। यहां तक कि 2022 में दोनों के बीच ट्विटर पर तीखी बहस भी हुई थी।
लेकिन 2024 के हमले के बाद से मस्क का रवैया बदल गया और उन्होंने ट्रम्प को खुलकर समर्थन देना शुरू किया। अब, हाल ही में मस्क के इस्तीफे और ‘बिग ब्यूटीफुल बिल’ पर असहमति के बाद, एक बार फिर दोनों नेताओं के रिश्तों में दरार साफ नजर आने लगी है। (Elon Musk)
मस्क से जुड़ी ये खास रिपोर्ट भी पढ़ें… – Elon Musk का नया चमत्कार !