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20s में जो मिलेनियल्स नहीं जानते थे—Gen Z के लिए ज़रूरी सबक!

20s में जो मिलेनियल्स नहीं जानते थे—Gen Z के लिए ज़रूरी सबक!
  • PublishedJuly 25, 2025

आपकी 20s: चाबी मिल गई, लेकिन मैन्युअल नहीं

आपकी 20s कुछ ऐसे होती हैं जैसे ज़िंदगी की गाड़ी की चाबी तो हाथ में आ गई हो—but कोई ये नहीं बताता कि चलानी कैसे है।
एक दिन आप बड़े सपने देख रहे होते हैं, और अगले दिन आप सोच रहे होते हैं कि कपड़े कब धोने हैं, या क्या आपको वो नौकरी कभी मिलेगी जो आप चाहते हैं। (Tips for Gen Z in 20s)

Gen Z का सफर और भी तेज़ और उलझा हुआ है। सोशल मीडिया पर हर कोई 22 की उम्र में सेट और सफल दिखता है—but यहाँ एक सच्चाई है:
अधिकांश लोग बस ‘विंग कर रहे हैं’—यानि जो सामने आ रहा है, उसे संभालने की कोशिश में लगे हैं। और ऐसा होना पूरी तरह नॉर्मल है।

Millennials इस रास्ते से पहले गुज़र चुके हैं। उन्होंने करियर की अनिश्चितता, पैसे की कमी, मानसिक थकावट—सब झेली है। अब उनके पास वो सीखें हैं जो काश उन्हें 20s की शुरुआत में मिली होतीं। (Tips for Gen Z in 20s)

इस ब्लॉग को समझिए आपकी नो-फ्लफ, रियल-टॉक सर्वाइवल गाइड की तरह—सच्ची बातें, ज़रूरी सबक, और कुछ गेम-चेंजिंग टिप्स जो आपके 20s को बेहतर बना सकती हैं।

अब देर किस बात की?
चलते हैं उन बातों की ओर जो सच में मायने रखती हैं।

20s की वो 7 ज़रूरी सीखें जो Millennials को पहले जाननी चाहिए थीं—अब Gen Z ले सकती है फायदा (Tips for Gen Z in 20s)

1. तभी निवेश शुरू करें जब आप खुद को “तैयार” महसूस नहीं करते (Tips for Gen Z in 20s)

मिलेनियल्स की सबसे बड़ी गलती:

अधिकतर लोगों ने निवेश तब शुरू किया जब उन्हें लगा कि वे “अच्छा कमा रहे हैं।” लेकिन वित्तीय सफलता केवल अधिक कमाई से नहीं आती—वो आती है समय पर शुरू करने से।

जितनी जल्दी आप निवेश करना शुरू करते हैं, उतनी ही ज्यादा ताकत होती है कंपाउंड इंटरेस्ट की। यह वो जादू है जो छोटे-छोटे निवेशों को समय के साथ बड़ी पूंजी में बदल देता है।

आप क्या कर सकते हैं:

आपको निवेश विशेषज्ञ बनने की ज़रूरत नहीं है। ₹500–₹1000 प्रति महीने का एक साधारण SIP (Systematic Investment Plan) भी लंबी अवधि में बहुत काम आता है। प्लेटफॉर्म जैसे Zerodha, Groww, और INDmoney शुरुआती लोगों के लिए काफी आसान हैं।

सुझाव: (Tips for Gen Z in 20s)
“सही समय” का इंतजार न करें। आज ही एक SIP सेट करें, इसे ऑटोमैटिक करें, और बस चलते रहने दें। यह आदत आपके भविष्य को सुरक्षित बना सकती है।

2. करियर एक सीधा रास्ता नहीं होता (Tips for Gen Z in 20s)

मिलेनियल्स की सोच:

पुरानी धारणा यह थी कि एक फील्ड चुनो, उसी में चढ़ते जाओ, और रिटायर हो जाओ। लेकिन वास्तविकता इससे बिल्कुल अलग निकली।

हकीकत:

बहुत से मिलेनियल्स ने गलत क्षेत्रों में ज़्यादा समय बर्बाद कर दिया, कुछ तो ऐसी नौकरियों में भी टिके रहे जो उन्हें अंदर से खत्म कर रही थीं। नतीजा? देर से करियर बदलना, बर्नआउट, और असंतोष।

Gen Z के लिए सलाह:

आज आपके पास पहले से कहीं ज़्यादा विकल्प हैं—फ्रीलांसिंग, कंटेंट क्रिएशन, टेक्नोलॉजी, स्टार्टअप, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रिमोट वर्क, और भी बहुत कुछ। करियर अब एक सीधा रास्ता नहीं, बल्कि एक खुली किताब है जिसे आप खुद लिख सकते हैं।

सुझाव: (Tips for Gen Z in 20s)
हर नौकरी कुछ सिखाती है—even अगर वो “गलत” लगती है। प्रयोग करते रहें, सीखते रहें, और अपने इंटरेस्ट के साथ आगे बढ़ते रहें।

3. डिग्री से ज़्यादा स्किल्स मायने रखती हैं (Tips for Gen Z in 20s)

मिलेनियल्स का पछतावा:

उन्हें लगा कि एक प्रतिष्ठित कॉलेज से डिग्री मिलते ही ड्रीम जॉब मिल जाएगी। लेकिन आज की दुनिया में यह सोच outdated हो चुकी है।

आपको जानना चाहिए:

आज कंपनियाँ सिर्फ डिग्री नहीं देखतीं—वे यह देखती हैं कि आप कर क्या सकते हैं। आपकी सोच, समस्या-सुलझाने की क्षमता, कम्युनिकेशन, रचनात्मकता और तकनीकी समझ कहीं ज़्यादा अहम है।

क्या करें:

एक high-value skill में माहिर बनें—जैसे UI/UX डिजाइन, वीडियो एडिटिंग, कोडिंग, ग्राफिक डिजाइन, डिजिटल मार्केटिंग या कॉपीराइटिंग। ऐसी स्किल्स से आप फ्रीलांस, रिमोट या फुल-टाइम काम कर सकते हैं।

सुझाव: (Tips for Gen Z in 20s)
एक या दो स्किल्स में गहराई से काम करें, फिर धीरे-धीरे और स्किल्स जोड़ते जाएं। इससे आप कई दरवाज़ों को खोल सकते हैं।

4. मानसिक स्वास्थ्य ही असली संपत्ति है (Tips for Gen Z in 20s)

मिलेनियल्स की रणनीति:

“पहले काम करो, फिर आराम” वाली सोच ने कई लोगों को अंदर से तोड़ दिया। भावना को दबाना आदत बन गई थी, और मानसिक स्वास्थ्य की बात करना कमजोरी मानी जाती थी।

Gen Z की समझदारी:

आप मानसिक स्वास्थ्य को महत्व दे रहे हैं—थेरपी को सामान्य बना रहे हैं, अपने काम के घंटे सीमित कर रहे हैं, और ‘ना’ कहना सीख रहे हैं। यह कमज़ोरी नहीं, सेल्फ-अवेयरनेस की पहचान है।

क्या करें:

हर दिन खुद से जुड़ें—चाहे वो journaling हो, वॉक पर जाना हो, कुछ समय के लिए डिजिटल ब्रेक लेना हो या बस खुद से बात करना हो।

सुझाव: (Tips for Gen Z in 20s)
मानसिक शांति के लिए एक रूटीन बनाएं। आप तभी अच्छे से दे सकते हैं जब आप खुद ठीक हों।

5. सब कुछ पता होना ज़रूरी नहीं (Tips for Gen Z in 20s)

पुरानी सोच:

30 से पहले नौकरी, शादी, घर—यही माने जाते थे ‘सफल जीवन’ के संकेत।

आज की सच्चाई:

ज़्यादातर मिलेनियल्स अब भी खुद को समझने की कोशिश कर रहे हैं। करियर बदला जा रहा है, रिश्ते रीसेट हो रहे हैं, और ज़िंदगी नई दिशा ले रही है। यह असफलता नहीं, स्वाभाविक विकास है।

Gen Z को क्या करना चाहिए:

एक निश्चित टाइमलाइन को फॉलो करने की कोई ज़रूरत नहीं है। हर किसी की रफ्तार अलग होती है।

सुझाव: (Tips for Gen Z in 20s)
अपने 20s को परफेक्शन के नहीं, फाउंडेशन के साल मानिए। प्रयोग करें, असफल हों, सीखें और आगे बढ़ें।

6. सोशल मीडिया असली ज़िंदगी नहीं है (Tips for Gen Z in 20s)

मिलेनियल्स की सीख:

सोशल मीडिया पर दूसरों की जिंदगी देखकर अपनी तुलना करना आत्म-संदेह और हीन भावना को जन्म देता है। लेकिन हकीकत? वो सब एक ‘हाइलाइट रील’ है।

Gen Z को ध्यान रखना चाहिए:

आप जो देख रहे हैं वो सिर्फ किसी का सबसे चमकदार 1% है—ना कि उनकी पूरी सच्चाई। आपको अपनी ज़िंदगी उनकी फोटोशॉप्ड पोस्ट से नहीं मापनी चाहिए।

क्या करें:

अपने सोशल मीडिया फीड को वैसा ही रखें जैसे आप अपनी वर्कस्पेस या कमरे को रखते हैं—साफ, प्रेरणादायक, और पॉजिटिव।

सुझाव: (Tips for Gen Z in 20s)
जो भी अकाउंट आपकी ऊर्जा और आत्मविश्वास को कम करता है, उसे बिना झिझक म्यूट या अनफॉलो करें।

7. ज़रूरत पड़ने से पहले ही बचत शुरू करें (Tips for Gen Z in 20s)

सबसे बड़ी गलती:

मिलेनियल्स ने अक्सर जीवन को “paycheck to paycheck” जिया। उन्होंने बचत को टाला, और फिर अचानक किसी संकट ने उनकी नींव हिला दी।

Gen Z के लिए चतुराई:

बचत की आदत पहले डालें, भले ही राशि छोटी हो। ₹200–₹500 प्रति सप्ताह का नियमित सेविंग आपके लिए एक सुरक्षा कवच बन सकता है।

कैसे करें:

ऐप्स जैसे Fi, Jupiter, या Navi का उपयोग करें जो माइक्रो सेविंग्स और गोल-बेस्ड सेविंग को आसान बनाते हैं।

सुझाव: (Tips for Gen Z in 20s)

Millennials की नजर में Gen Z: सराहना भी, थोड़ी उलझन भी

Millennials जब Gen Z को देखते हैं, तो एक अजीब-सा कॉम्बिनेशन महसूस होता है—कहीं गहरी प्रशंसा, तो कहीं थोड़ी-सी उलझन। एक तरफ वे आपकी हिम्मत, ईमानदारी और टेक-स्मार्टनेस की तारीफ करते हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ चीज़ें उन्हें अब भी चौंकाती हैं।

जहां Millennials Gen Z को Admire करते हैं: (Tips for Gen Z in 20s)

Boundaries के साथ Confidence: Gen Z बिना guilt के “ना” कहना जानती है। आप mental health को priority देते हैं, और यह Millennials को बहुत inspiring लगता है।

Rest को डिजर्व मानना: आप self-care को luxury नहीं, ज़रूरत मानते हैं।

Purpose Over Paycheck: सिर्फ टाइटल या salary के पीछे नहीं भागना—आप meaningful काम चुनते हैं।

लेकिन कुछ चीजें हैं जो उन्हें Confusing लगती हैं:

Internet Slang & Memes: “Rizz,” “Delulu,” और “NPC” जैसे शब्द सुनकर कई Millennials सिर खुजाते हैं।

Cancel Culture की तेजी: Accountability ज़रूरी है, लेकिन बदलाव की स्पीड और उसके प्रभाव कई बार उन्हें भारी लगते हैं।

Side Hustle को Main Career बनाना: जहां Millennials job security को लेकर बड़े हुए, वहीं Gen Z का freelance-first अप्रोच उन्हें risky लग सकता है।

Bottom Line: (Tips for Gen Z in 20s)

रास्ते भले अलग हैं—लेकिन मंज़िल एक-सी है: Impact, Stability, और Happiness।

Millennials और Gen Z दोनों बेहतर भविष्य बनाना चाहते हैं—बस तरीका बदल गया है।

Gen Z के लिए एक आसान, सीधी-सपाट “Survival Guide” (Tips for Gen Z in 20s)

1. कोई एक ऐसी स्किल सीखो जिससे पैसा कमाया जा सके (Tips for Gen Z in 20s)

कॉलेज की डिग्री ज़रूरी हो सकती है, लेकिन आज की दुनिया में स्किल्स ज़्यादा मायने रखती हैं।
ऐसी कोई एक चीज़ चुनो जो तुम्हें पसंद हो और जिससे पैसे भी कमाए जा सकें—जैसे कि graphic designing, वीडियो एडिटिंग, कंटेंट राइटिंग, या कोडिंग।

इनमें से कोई भी स्किल तुम ऑनलाइन सीख सकते हो—और जब इसमें अच्छे हो जाओगे, तो freelance काम, पार्ट-टाइम प्रोजेक्ट या फुल-टाइम जॉब मिलना आसान हो जाएगा।

2. थोड़ा-थोड़ा करके निवेश करना शुरू करो

लोग अक्सर सोचते हैं कि निवेश (Investment) करने के लिए बहुत सारा पैसा होना चाहिए।
असल में, ₹500 या ₹1000 महीने से शुरू करना ही काफी है। जितना जल्दी शुरू करोगे, उतना ज़्यादा फायदा मिलेगा क्योंकि समय के साथ पैसा खुद-ब-खुद बढ़ता है (इसे Compounding कहते हैं)।

Zerodha, Groww, INDmoney जैसे ऐप्स से SIP चालू कर सकते हो। बस एक बार शुरुआत कर दो, फिर वह अपने आप चलता रहेगा।

3. मानसिक स्वास्थ्य को पहली प्राथमिकता दो

थकान, उदासी, चिंता—ये सब आजकल बहुत आम हैं, लेकिन इन्हें नज़रअंदाज़ मत करो।
आराम करना, “ना” कहना, और ज़रूरत पड़ने पर थेरपी लेना कमजोरी नहीं, समझदारी है।

हर दिन थोड़ा वक़्त खुद के लिए निकालो—walk पर जाना, journaling करना, दोस्तों से बात करना या बस कुछ देर चुपचाप बैठना भी काफी है।

4. नए रास्तों को अपनाओ, दिशा बदलने से मत डरो

अगर कोई चीज़ काम नहीं कर रही, तो उसमें अटके रहना ज़रूरी नहीं है।
20s की उम्र कोशिशें करने और सीखने की होती है—एक ही रास्ते पर ज़बरदस्ती चलना नहीं।

नया करियर ट्राय करो, दूसरी स्किल सीखो, या कुछ नया शुरू करो। अभी रिस्क लेना आसान है क्योंकि ज़िम्मेदारियाँ कम हैं।

5. इस्तेमाल करने से पहले खुद कुछ बनाओ

बहुत आसान है दिनभर फोन पर रील्स देखना, दूसरों की ज़िंदगी से तुलना करना।
पर असली ग्रोथ तब होती है जब तुम कुछ खुद से बनाते हो—चाहे वो ब्लॉग लिखना हो, वीडियो बनाना हो, कोई ऐप शुरू करना हो या छोटा सा बिज़नेस।

जब तुम कुछ बनाते हो, तो आत्मविश्वास बढ़ता है, सीखते हो, और दूसरों को भी दिखाते हो कि तुम क्या कर सकते हो।

6. इमरजेंसी फंड बनाना शुरू करो

ज़िंदगी में कोई भी मुश्किल बिना बताकर आ सकती है—जैसे नौकरी जाना, मेडिकल इमरजेंसी, या लैपटॉप खराब हो जाना।
इसलिए धीरे-धीरे एक फंड बनाओ जो सिर्फ़ ऐसे वक्त में काम आए।

₹200–₹500 हर हफ्ते अलग रखना शुरू करो। इससे न सिर्फ़ पैसा जमा होगा, बल्कि मन को भी शांति मिलेगी कि मुश्किल समय में थोड़ी तैयारी है।

अभी सीखोगे तो बाद में पछताओगे नहीं (Tips for Gen Z in 20s)

आपकी 20s किसी फॉर्मूला या तयशुदा रास्ते के हिसाब से नहीं चलती—ये वो वक्त है जब आप गिरते हैं, सीखते हैं, और फिर खड़े होते हैं। Millennials ने जो गलतियाँ कीं, वो अब Gen Z के लिए सबक बन सकती हैं।

निवेश जल्दी शुरू करें, स्किल्स सीखें, करियर के साथ एक्सपेरिमेंट करें, और अपनी मेंटल हेल्थ को हल्के में न लें। सबसे ज़रूरी बात—दूसरों की रील्स से खुद की रियल लाइफ को मत मापिए।

हर छोटा कदम, चाहे वो ₹500 की SIP हो या “ना” कहना सीखना—आपकी आज की तैयारी, कल की आज़ादी बन सकती है।

तो अभी से वो ज़िंदगी बनाना शुरू कीजिए, जिससे आप कल खुद पर गर्व कर सकें।
अब वक्त है “बस गुज़रने” का नहीं—बल्कि समझदारी से “जीने” का।

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Written By
Naval Kishor

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